Monday, June 9, 2025
Sunday, June 8, 2025
अमरावती शहर: विदर्भ का प्रवेश द्वार - 20 अद्भुत पर्यटन स्थल, Amravati City Top 20 Best Tourist places
अमरावती शहर: 20 अद्भुत पर्यटन स्थल, Amravati City Top 20 Best Tourist places
महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में स्थित अमरावती शहर, इतिहास, आध्यात्मिकता, शिक्षा और प्राकृतिक सौंदर्य का एक अनूठा संगम है। यह शहर अपने प्राचीन मंदिरों, शांत झीलों, शैक्षिक केंद्रों, हरे-भरे उद्यानों और ऐतिहासिक इमारतों के साथ पर्यटकों को आकर्षित करता है। "देवताओं का शहर" के रूप में जाना जाने वाला अमरावती, महाराष्ट्र के पश्चिमी द्वार के रूप में खड़ा है।
चाहे आप आध्यात्मिक शांति की तलाश में हों, इतिहास की खोज करना चाहते हों, या परिवार के साथ एक मजेदार समय बिताना चाहते हों, अमरावती आपको कई विकल्प प्रदान करता है। इस व्यापक मार्गदर्शिका में, हम अमरावती और उसके आसपास के 20 अवश्य घूमने लायक पर्यटन स्थलों के बारे में संक्षिप्त, लेकिन पूरी जानकारी प्रदान कर रहे हैं। प्रत्येक स्थान का महत्व, वहां क्या करना है, कैसे पहुंचना है, प्रवेश शुल्क (यदि लागू हो तो स्पष्ट अनुमान के साथ), और यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय जैसी जानकारी आपकी यात्रा को आसान बनाएगी।
अमरावती शहर में घूमने के लिए 20 सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थल:
1. अंबादेवी मंदिर (Ambadevi Temple)
महत्व: यह अमरावती शहर का सबसे पुराना और पवित्र मंदिर है, जिसके नाम पर ही शहर का नाम पड़ा है। दुर्गा देवी को समर्पित यह मंदिर विदर्भ के महत्वपूर्ण शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। किंवदंती है कि भगवान कृष्ण ने अपनी प्रेमिका रुक्मिणी का अपहरण यहीं से किया था।
क्या करें: दुर्गा देवी के दर्शन करें और प्रार्थना करें। मंदिर की वास्तुकला और शांत वातावरण का आनंद लें। नवरात्रि उत्सव के दौरान यहां विशेष रौनक होती है।
कैसे पहुंचें: शहर के मुख्य बाजार क्षेत्र में स्थित है। ऑटो, रिक्शा आसानी से उपलब्ध हैं।
प्रवेश शुल्क: कोई नहीं।
यात्रा का सर्वोत्तम समय: अक्टूबर से मार्च तक। नवरात्रि (लगभग सितंबर-अक्टूबर) के दौरान विशेष अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।
2. एकवीरा देवी मंदिर (Ekvira Devi Temple)
महत्व: अमरावती शहर से लगभग 10 किलोमीटर दूर, पहाड़ियों की तलहटी में स्थित एकवीरा देवी मंदिर, शक्ति देवी के एक अन्य रूप, एकवीरा देवी को समर्पित है। यह मंदिर अपने शांत वातावरण और आसपास की हरियाली के लिए प्रसिद्ध है। यह स्थानीय लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है।
क्या करें: देवी के दर्शन करें और प्रार्थना करें। आसपास के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लें।
कैसे पहुंचें: अमरावती बस स्टैंड से स्थानीय बसें या साझा ऑटो उपलब्ध हैं।
प्रवेश शुल्क: कोई नहीं।
यात्रा का सर्वोत्तम समय: अक्टूबर से मार्च तक। मानसून (जुलाई-सितंबर) में आसपास का क्षेत्र और भी हरा-भरा और सुंदर होता है।
3. वडाली तालाब (Wadali Talav)
महत्व: अमरावती शहर में स्थित एक सुंदर कृत्रिम झील है। यह स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए आराम करने, शाम बिताने और विभिन्न मनोरंजक गतिविधियों के लिए एक लोकप्रिय स्थान है। झील के चारों ओर अच्छी तरह से रखरखाव वाले हरे-भरे पार्क, पैदल मार्ग और नौकायन की सुविधा है।
क्या करें: झील में नौकायन का आनंद लें (पैडल बोट और मोटर बोट)। झील के चारों ओर पैदल मार्गों पर जॉगिंग या आराम से टहलें। शाम को ताजी हवा का आनंद लेते हुए समय बिताएं।
कैसे पहुंचें: अमरावती शहर के भीतर ही मुख्य क्षेत्र में स्थित है। ऑटो, रिक्शा, कैब आसानी से उपलब्ध हैं।
प्रवेश शुल्क: झील के चारों ओर चलने के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं है। नौकायन के लिए नाममात्र का शुल्क (लगभग रु. 50-100 प्रति व्यक्ति 30 मिनट के लिए, नाव के प्रकार के आधार पर भिन्न होता है) लगता है।
यात्रा का सर्वोत्तम समय: पूरे साल, खासकर शाम को (शाम 4 बजे - 7 बजे) मौसम सुहावना होता है।
4. छत्री तालाब (Chhatri Talab)
महत्व: वडाली तालाब के पास स्थित एक और महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक झील है। इस झील के चारों ओर कई ऐतिहासिक संरचनाएं और छोटे मंदिर हैं, जो इसके ऐतिहासिक महत्व को बढ़ाते हैं। यह वडाली तालाब जितना व्यस्त नहीं है, इसलिए अधिक शांत वातावरण प्रदान करता है।
क्या करें: झील के चारों ओर टहलें। ऐतिहासिक संरचनाओं और मंदिरों का अन्वेषण करें।
कैसे पहुंचें: अमरावती शहर में वडाली तालाब के करीब स्थित है। ऑटो, रिक्शा आसानी से उपलब्ध हैं।
प्रवेश शुल्क: कोई नहीं।
यात्रा का सर्वोत्तम समय: अक्टूबर से मार्च तक।
5. गुरुकुंज आश्रम (Gurukunj Ashram), मोजारी
महत्व: अमरावती शहर से लगभग 20-25 किलोमीटर दूर स्थित गुरुकुंज आश्रम, प्रसिद्ध संत, दार्शनिक और समाज सुधारक राष्ट्रीय संत तुकड़ोजी महाराज की पवित्र समाधि (समाधि स्थल) है। यह महाराष्ट्र के कोने-कोने से लाखों भक्तों को आकर्षित करने वाला एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक केंद्र है। आश्रम में एक संग्रहालय भी है जो राष्ट्रीय संत तुकड़ोजी महाराज के जीवन और शिक्षाओं को दर्शाता है।
क्या करें: समाधि के दर्शन करें और प्रार्थना करें। आश्रम के शांत वातावरण और संग्रहालय का अन्वेषण करें।
कैसे पहुंचें: अमरावती सेंट्रल बस स्टैंड से मोजारी के लिए सीधी बसें या निजी टैक्सी उपलब्ध हैं।
प्रवेश शुल्क: कोई नहीं।
यात्रा का सर्वोत्तम समय: अक्टूबर से मार्च तक। राष्ट्रीय संत तुकड़ोजी महाराज की जयंती और पुण्यतिथि (विशेषकर अक्टूबर के अंत/नवंबर की शुरुआत में) के दौरान विशेष कार्यक्रम और उत्सव होते हैं।
6. महामृत्युंजय मंदिर (Mahamrityunjay Temple)
महत्व: अमरावती शहर में स्थित एक प्रमुख शिव मंदिर है, जो लोगों की आस्था का केंद्र है। यह मंदिर शिव भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है। महाशिवरात्रि और अन्य पवित्र दिनों में यह मंदिर भक्तों से खचाखच भरा रहता है।
क्या करें: शिवजी के दर्शन करें और प्रार्थना करें। मंदिर परिसर में कुछ देर शांति से बैठें।
कैसे पहुंचें: अमरावती शहर में आसानी से पहुंचा जा सकता है। ऑटो, रिक्शा उपलब्ध हैं।
प्रवेश शुल्क: कोई नहीं।
यात्रा का सर्वोत्तम समय: पूरे साल, खासकर महाशिवरात्रि और श्रावण मास (जुलाई-अगस्त) में।